हिन्दुओं पर जिहादी तत्वों द्वारा चौतरफा हमले जारी हैं। कभी यह लोग हमारी युवतियों और महिलाओं को लव जिहाद के दुष्चक्र में फंसाते हैं, कभी मजहबी दंगों में हमारे युवकों और पुरुषों की हत्याएं करते हैं, कभी नूपुर शर्मा के वक्तव्य के बहाने किसी का सर कलम कर देते हैं। ऐसी ही एक घटना हुई है बिहार के वैशाली में, जहां एक हिन्दू युवक की मात्र इसलिए हत्या कर दी गयी, क्योंकि वह अपनी बहन के यौन उत्पीड़न करने वाले जिहादी का विरोध कर रहा था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मृतक कृष्ण कुमार ने लगभग 6 महीने पहले वैशाली जिले के देसरी थाना क्षेत्र के टाकिया पंचायत क्षेत्र में स्थानीय मुस्लिम युवकों द्वारा अपनी मौसेरी बहन सहित स्कूल जाने वाली अन्य हिन्दू लड़कियों के यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ का विरोध किया था। तभी से यह जिहादी युवक उसे डरा धमका रहे थे और उसे कई बार जान से मार देने की धमकी भी दे चुके थे। 30 दिसंबर की शाम को कृष्ण कुमार और एक अन्य व्यक्ति शंकर राम पर जानलेवा हमला किया गया, जिसमे कृष्ण कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया और अगले दिन अस्पताल में उसका निधन हो गया।
इस जघन्य हत्याकांड से आक्रोशित स्थानीय लोगों ने न्याय की मांग को लेकर हाजीपुर और महनार के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग 122बी पर कृष्ण के शव को रख कर यातायात को बाधित कर दिया था। स्थानीय लोग इन जिहादी युवकों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की मांग कर रहे थे।
वैशाली के एसपी मनीष (आईपीएस) ने मीडिया को बताया, “30 दिसंबर की शाम को देसरी थाने में मारपीट की यह घटना हुई। इस घटना में दो लोगों, शंकर राम और कृष्ण कुमार को चोटें आई थीं और उन्हें हाजीपुर के एक अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया था। कृष्ण कुमार की 31 दिसंबर को अस्पताल में मृत्यु हो गई थी। स्थानीय लोगों ने मारपीट में सम्मिलित कुछ लोगों के नाम बताए थे, जिनमे से मुख्य आरोपी मुन्ना को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हम जांच कर रहे हैं और जल्दी ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।
हिंदी दैनिक जनसत्ता के अनुसार, इस घटना के पश्चात इलाके में व्यापक सांप्रदायिक तनाव फैल गया है। हालाँकि, कथित धर्मनिरपेक्ष राज्य बिहार की पुलिस और प्रशासन के अनुसार सब शांत है। एसपी मनीष ने कहा कि इलाके में किसी भी प्रकार का सांप्रदायिक तनाव नहीं है, स्थिति पूरी तरह से शांतिपूर्ण है।”
हालांकि कृष्ण कुमार के भाई ने कहा कि, यह दोनों पक्षों के मध्य एक व्यक्तिगत द्वेष का मामला था। मुस्लिम युवकों ने कुछ महीने पहले हमारी बहन के साथ छेड़छाड़ की थी, जिसका कृष्ण कुमार ने कड़ा विरोध किया था और दोनों पक्षों के मध्य हाथापाई भी हुई थी। तभी से जिहादी युवक उसे धमकी देते थे कि वह जल्दी ही अवसर मिलने पर उसकी हत्या कर देंगे।
स्थानीय प्रशासन और पुलिस चाहे कितना ही प्रयास करे इस प्रकार की मजहबी घटनाओं को छुपाने का, लेकिन सत्य यही है कि इस इलाके में अब माहौल बिगड़ चुका है, और हिन्दुओं के प्रति इस प्रकार की हिंसक घटनाएं होना अब बड़ी ही आम बात है। हम कुछ घटनाएं बता रहे हैं जो पिछले दिनों यहां घटित हुई, और यह स्थानीय प्रशासन और पुलिस के दावों की पोल भी खोलते हैं।
- भतीजी का पीछा करने का विरोध करने पर मुस्लिम भीड़ ने धरम साहू की पीट-पीटकर हत्या की: दरभंगा, बिहार
- स्कूली छात्राओं के यौन उत्पीड़न का विरोध करने पर आदित्य तिवारी (15) की तैफ खान व अन्य ने चाकू मारकर हत्या की : सारण, बिहार
- बेटी के यौन उत्पीड़न का विरोध करने पर मुस्लिम पड़ोसियों ने व्यवसाई ध्रुव त्यागी की हत्या कीः दिल्ली
- मुस्लिम युवक द्वारा अवयस्क बेटी के अपहरण की पुलिस में शिकायत दर्ज कराने पर पिता की पीट-पीटकर हत्या- यूपी
यह तो कुछ ही घटनाएं हैं, ऐसी हजारों घटनाएं होती हैं जो दबा दी जाती हैं । जब पीड़ित शिकायत दर्ज कराने जाते हैं तो पुलिस की उदासीनता और आरोपियों से उनकी मिलीभगत के कारण उन्हें बदतर स्थिति का सामना करना पड़ता है। जब पीड़ित हिन्दू इस्लामवादी उत्पीड़कों का सामना करते हैं, तो उन पर हमले होते हैं, उनकी हत्या कर दी जाती है।
यह आज के कथित ‘धर्मनिरपेक्ष गणराज्य’ भारत में आम हिंदुओं की वास्तविक स्थिति है। एवं दुर्भाग्य की बात यही है कि ऐसी स्थितियों पर बात कम ही होती है!