वर्कला में एक हिन्दू परिवार पर इस्लाम न क़ुबूल करने पर जानलेवा हमले का समाचार आ रहा है! प्राप्त जानकारी के अनुसार अयिरूर जिले की पुलिस ने एक 10-सदस्यीय जिहादी गिरोह के सदस्यों को एक हिंदू व्यक्ति के घर में घुसने के आरोप में गिरफ्तार किया है। ऐसा बताया जा रहा है कि इस युवक नंदू ने मुस्लिम युवती से निकाह करने और इस्लाम में परिवर्तित होने से मना कर दिया था। इस कारण युवती के परिवार वालों ने उसके घर पर हमला कर दिया, जिसमे नंदू, उसकी मां शालिनी और अन्य रिश्तेदार चोटिल हो गए थे।
पुलिस के अनुसार इन जिहादियों की भीड़ ने परिवार को बुरी तरह से पीटा, उन्होंने महिलाओं तक को नहीं छोड़ा और इसके अतिरिक्त पूरे घर में तोड़फोड़ की और संपत्ति को नष्ट कर दिया। वर्कला पुलिस ने बिस्मिया हाउस से अरशद (45) को 8 जनवरी को गिरफ्तार कर लिया था, वहीं अन्य आरोपी इतने दिनों से छिपे हुए थे। गिरफ्तारी इस शिकायत पर की गई थी कि सात जनवरी की आधी रात को लगभग 10 लोगों ने हरिहरपुरम निवासी शालिनी के घर पर घातक हथियारों से हमला कर दिया था।
वर्कला की मूल निवासी शालिनी के बेटे नंदू के एक स्थानीय मुस्लिम युवती से प्रेम सम्बन्ध थे। युवती के परिजनों ने नंदू से शादी करने के लिए कहा तो वह मान गया। हालांकि इसके पश्चात युवती के परिजन उस पर इस्लाम कबूल करने और निकाह करने का दबाव डालने लगे। इसी बीच नंदू को पता लगा कि युवती तलाकशुदा थी और यह बात उसने उससे छुपाई थी । नंदू के परिवार को जब यह पता लगा तो उन्होंने इस सम्बन्ध के लिए मना कर दिया और आपसी समझ बूझ से इस सम्बन्ध को समाप्त करने का आग्रह किया।
इस घटना के पश्चात कुछ दिनों तक दोनों परिवारों में कोई बातचीत नहीं हुई, फिर अचानक 7 जनवरी को जिहादियों की भीड़ ने नंदू के परिवार पर हमला कर दिया । वह लोग नंदू को जबरदस्ती घसीट कर निकट की एक मस्जिद में ले जा रहे थे, जहां उसका धर्म परिवर्तन करवाने की योजना थी। जब नंदू के परिवार ने उनका विरोध किया तो मुस्लिम भीड़ ने उन पर तलवारों से प्रहार करना शुरू कर दिया। नंदू की माँ शालिनी के पेट पर उन्होंने लात से प्रहार किया। जनम टीवी के अनुसार पुलिस ने हमले में उपयोग किए गए कई प्रकार के हथियार भी बरामद किए हैं।
इस हमले में नंदू के घर के कई घरेलू उपकरण और फर्नीचर भी क्षतिग्रस्त हो गए। अयिरूर पुलिस ने मुस्लिम युवती समेत 10 लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने सबसे पहले युवती के निकट सम्बन्धी अरशद को गिरफ्तार किया था, जिस पर हमले का नेतृत्व करने का आरोप लगाया गया है । अरशद को पुलिस ने रिमांड पर ले लिया है और अन्य आरोपियों को भी जल्दी ही पकड़ लिया जाएगा।
वर्कला एक पौराणिक महत्व का नगर जहां अब जिहाद चरम पर है
वर्कला तिरुवनंतपुरम के बाहरी इलाके में एक छोटा सा गांव है, जहां बड़ी संख्या में तीर्थयात्री और पर्यटक आते हैं। यहां कई पर्यटक आकर्षण हैं और पौराणिक महत्त्व के स्थान भी हैं। जिनमें एक सुंदर समुद्र तट, 2000 वर्ष पुराना भगवान् विष्णु का मंदिर और शिवगिरी मठ आश्रम भी है। यह 2000 वर्ष पुराना तीर्थस्थल, जनार्दनस्वामी मंदिर, समुद्र तट की ओर मुख वाली चट्टानों पर खड़ा है। महान धार्मिक सुधारक और दार्शनिक श्री नारायण गुरु (1856 – 1928) द्वारा स्थापित शिवगिरी आश्रम भी निकट ही है। यहां गुरु की समाधि (अंतिम विश्राम स्थल) पर सालाना शिवगिरी तीर्थयात्रा के दिनों (30 दिसंबर से 1 जनवरी) में लाखों हिन्दू श्रद्धालु आते हैं।
लेकिन अब शनैः शनैः यहाँ मुस्लिम कट्टरपंथियों ने पैर जमा लिए हैं और पूरे क्षेत्र में जिहादी विचारधारा को फैलाया जा रहा है। इस क्षेत्र में जिहादी प्रभुत्व बढ़ता जा रहा है, यही कारण है कि इस घटना को स्थानीय मीडिया ने दिखाया ही नहीं। जिन लोगों ने इस घटना के बारे में लिखा भी, तो उन्होंने आरोपियों के नाम लिखने और हिंदू परिवार को जबरन इस्लाम में परिवर्तित करने के उनके नापाक प्रयासों के बारे में नहीं लिखा। उन्होंने इस गंभीर घटना के महत्व को कम करने का प्रयास किया है।
इस क्षेत्र में हालात बिगड़ने का उदाहरण यह घटना है, जहां विवाह की बात ना बनने पर 10 जिहादियों ने इस हिन्दू परिवार के घर में घुस कर हमला किया। अब इस बात की वास्तविक संभावना है कि इस परिवार पर कट्टरपंथी इस्लामिक तत्व भविष्य में भी हमले करते रहेंगे, और यह तब तक होता रहेगा जब तक हिंदू परिवार या तो उनकी मांगों के आगे नहीं झुक जाता या इस क्षेत्र से पलायन नहीं कर लेता। दोनों ही संभावनाओं में यह हिन्दुओं के लिए मनोबल तोड़ने वाली बात होगी।