हरियाणा से लेकर झारखंड में वर्दी पर अब माफियाओं ने हमला ही नहीं किया है, बल्कि ऐसा हमला किया है कि लोगों के मन में डर बैठाया जाए, आम जनता को भयभीत किया जाए। हरियाणा में तो डीएसपी की हत्या जहाँ पर हुई है, वह ऐसा क्षेत्र है जहाँ पर कट्टरपंथियों का ही राज चलता है एवं मेवात को अपराध और जिहादी गतिविधियों के लिए ही जाना जाता है । मुस्लिम बहुलता का लाभ उठाते हुए यहाँ खनन माफिया भी पैर पसार चुका है। कानून एवं व्यवस्था की स्थिति इतनी जटिल हो चुकी है कि पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों के लिए भी यहाँ कार्य कर पाना कठिन हो गया है।
कल ही एक हरियाणा के नूंह जिले में अवैध पत्थर खनन की जांच करने गए एक पुलिस अधिकारी (डीएसपी) को खनन माफिया ने ट्रक से कुचल कर मार डाला। सूत्रों के अनुसार डीएसपी सुरेंद्र सिंह को एक ट्रक पर संशय हुआ और उन्होंने उसे रुकने को कहा, वह ट्रक की जांच करना चाहते थे। ट्रक उनके निकट आया और रुकने के बजाये ट्रक चालक ने गति बढ़ा दी और उन्हें निर्ममता से कुचल डाला।
पुलिस के अनुसार वहां डीएसपी के चालक और एक अन्य सुरक्षाकर्मी भी थे, जिन्होंने सड़क के किनारे कूदकर अपनी जान बचाई, लेकिन सुरेंद्र सिंह ट्रक की चपेट में आ गए, और उनके मौके पर ही मृत्यु हो गयी। पुलिस ने बताया कि सिंह को तुरंत निकट के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस के अनुसार, सिंह को अवैध खनन की सूचना मिली थी, जिसके पश्चात वह अपने दल के साथ तावडू के निकट पचगांव में अरावली पहाड़ियों में अवैध पत्थर खनन पर रोक लगाने के लिए छापे मारने गये थे।
आश्चर्जनक बात है कि वर्ष 2015 से, प्रतिवर्ष नूंह में अवैध खनन की लगभग 50 शिकायतें दर्ज की जाती हैं। यहाँ खनन माफिया के अधिकाँश सदस्य मुस्लिम समुदाय से आते हैं, और उनके और पुलिस के बीच इस तरह की घटनाएं होना आम है। इस घटना ने पूरे क्षेत्र की कानून व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिन्ह लगा दिए हैं, साथ ही खनन माफिया के बढ़ते मनोबल को भी दर्शाता है। साथ ही उन्हें मिले राजनीतिक और मजहबी संरक्षण ने इस स्थिति को अत्यंत गंभीर बना दिया है।
घटना के पश्चात पुलिस आरोपी खनन माफियाओं की धरपकड़ में जुट गई है। प्राप्त सूचना के अनुसार पुलिस और खनन माफियाओं के बीच मुठभेड़ हुई है, जिसमे मुख्य आरोपी इक्कर को गिरफ्तार कर लिया गया है, वहीं डंपर के क्लीनर को पुलिस की गोली लगी, उसे अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस के कई दल लगे हुए हैं, और उन्हें जल्दी ही गिरफ्तार भी कर लिया जाएगा। प्राप्त सूचना के अनुसार पुलिस ने वाहन चालक को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है।
पिछले 24 घंटों में खनन और पशु तस्करी माफिया ने 3 पुलिस अफसरों की जान ली
नूह के डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई की हत्या का मामला अभी सुलझा भी नहीं था, कि इसी तरह से 2 और पुलिस अफसरों की हत्या हो गयी है। बुधवार तड़के 3 बजे झारखंड के रांची में महिला पुलिस एसआई संध्या टोपने की पिकअप वैन की टक्कर से मृत्यु हो गई। रांची एसएसपी के अनुसार संध्या को क्षेत्र में पशु तस्करी की सूचना मिली थी, और उन्होंने अपने दल के साथ जांच शुरू की। एक पिक-अप गाडी पर संदेह होने पर उन्होंने रोकने का इशारा किया तो चालक ने वाहन की गति बढ़ाकर महिला दरोगा को कुचल दिया। इस घटना में महिला पुलिस अधिकारी की मौके पर ही मृत्यु हो गयी। पुलिस ने गाड़ी समेत एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
ऐसी ही एक और घटना हुई गुजरात के आणंद में, जहां मंगलवार की रात एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी राजकिरण को ट्रक ने कुचल दिया। सूचना मिलने पर घायल पुलिसकर्मी को अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सा के समय उनकी मृत्यु हो गई। हालांकि, यह हादसा था या हत्या, इसके लिए अभी जाँच की जा रही है। पुलिस ने गाड़ी चालक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।