कश्मीर में गैर कश्मीरी हिन्दुओं की हत्या थम नहीं रही हैं, आज एक और गोलगप्पा विक्रेता की हत्या कर दी गयी। घाटी में हुए ताजा हमलों के बाद सुरक्षा बलों की ओर से लगातार आतंकियों को निशाना बनाया जा रहा है। इसके कारण उन्होंने गुस्से में हमले और तेज कर दिए हैं।
आतंकियों ने शनिवार शाम श्री नगर और पुलवामा में ग्रेनेड से हमले किए। इसमें दो गैर कश्मीरी मारे गए हैं।
श्री नगर के ईदगाह इलाके में आतंकियों ने एक बार फिर से एक गोलगप्पा विक्रेता की गोली मारकर हत्या कर दी। वह बिहार के रहने वाले थे। उनकी पहचान अरविन्द शाह के रूप में हुई है
बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री सुशील मोदी ने ट्वीट करके कहा कि J&K के LG श्री मनोज सिन्हा से दूरभाष पर आज की आतंकी घटना पर बात हुई ।उन्होंने बताया कि स्वर्गीय अरविंद शाह के शव को बिहार भेजा जा रहा है
कश्मीर में पिछले एक सप्ताह ही बिहार के एक गोलगप्पे विक्रेता की हत्या कर दी गई थी।
माखन लाल बिन्द्रू, वीरेंद्र पासवान, सुपिंदर कौर, दीपक चंद और अब अरविन्द शाह, इन सभी हत्याओं में एक ही बात आम है कि वह सभी हिन्दू हैं और इस्लामी जिहाद का शिकार हुए हैं। हालांकि माखन लाल बिन्द्रू की हत्या से लोग अधिक हैरान और स्तब्ध हुए थे क्योंकि उन्होंने आतंकवाद के चरम दौर में भी श्रीनगर नहीं छोड़ा था और दवाइयों का काम जारी रखा था।
परन्तु उन पर आरएसएस की विचारधारा का समर्थन करने का आरोप लगाकर उनकी हत्या कर दी गयी।
इस विषय में पनुन कश्मीर के संयोजक श्री अग्निशेखर जी का कहना है कि ऐसा कुछ नहीं था, और यह सब सफ़ेद झूठ है। आतंकी घाटी से लोगों को डराकर बहार भगाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि उनका अपना लक्ष्य स्पष्ट है। वह न ही अब माखन लाल बिन्द्रू जैसे पंडितों को चाहते हैं, जिन्होनें उनके लिए इतने वर्षों तक दवाइयां उपलब्ध कराईं और न ही उन्हें सुपिंदर कौर जैसे सिख भी चाहिए, जो एक मुस्लिम बच्ची को पढ़ा रही थीं।
वह स्पष्ट सन्देश दे रहे हैं, कि घाटी में किसी भी हिन्दू को नहीं रहने देंगे और साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यह जिहाद की समस्या है और उसी तरह से डील किया जाना चाहिए।
आज की घटना भी कहीं न कहीं उन जिहादियों का लक्ष्य स्पष्ट बताती है कि उनका लक्ष्य स्पष्ट है। तभी कश्मीर से लेकर बांग्लादेश तक वह हिन्दुओं को मारने में लगे हुए हैं। उनका लक्ष्य स्पष्ट है, कि उन्हें जिहाद करना है।
बांग्लादेश में भी हिन्दुओं का मरना रुका नहीं है। अभी तक लाशों का मिलना जारी है और अब तो हिंसा नोआखाली से बढ़कर फेनी में पहुँच चुकी है। फेनी में स्थिति अब बहुत तनावपूर्ण बनी हुई है। बांग्लादेश हिन्दू यूनिटी काउंसिल के अनुसार हिन्दुओं पर हमले अभी भी हो रहे हैं। उनके अनुसार सरकार ने प्रयास तो किया है, परन्तु वह हमले रोकने में विफल रही है और इंटरनेश्नल मीडिया और मानवाधिकार संगठन सब चुप बैठ कर भूमिका निभा रहे हैं।
कश्मीर से लेकर बांग्लादेश तक, उनका लक्ष्य स्पष्ट है, उनकी दृष्टि स्पष्ट है, और जारी है हिन्दुओं का मरना!