दिल्ली में पिछले वर्ष लाल किले पर हुई हिंसा के आरोपी पंजाबी कलाकार दीप सिद्धू की एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गयी। मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार दीप सिद्धू की मृत्यु तब हुई जब वह अपने दोस्तों के साथ दिल्ली से पंजाब जा रहे थे।
मीडिया के अनुसार हरियाणा पुलिस का कहना है कि कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेसवे पर पिपली टोल के पास खड़े ट्रक से पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू की कार के टक्कराने से दीप सिद्धू की मौत हो गई।
दीप सिद्धू के इस असमय निधन पर सोशल मीडिया विभाजित है और तरह तरह की प्रतिक्रिया दे रहा है। दरअसल दीप सिद्धू किसान आन्दोलन के समय चर्चा में आए थे जब उनपर एक ओर खालिस्तानी विचारधारा के निकट होने के आरोप लग रहे थे और यही नहीं जब उन्होंने लाल किले पर खालसा का झंडा फहराया था, तो उस समय उन पर भारतीय जनता पार्टी के नज़दीकी होने के भी आरोप लगे थे।
आज पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि प्रसिद्ध अभिनेता और सामाजिक कार्यकर्ता दीप सिद्धू के दुर्भाग्यपूर्ण निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं
मजिंदर सिंह सिरसा ने भी दीप सिद्धू की मृत्यु पर दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी सांत्वना दीप सिद्धू के परिवार और दोस्तों के साथ है!
शिरोमणि अकाली दल ने भी इस दुर्घटना पर अपना अफ़सोस व्यक्त किया है।
वहीं कई यूजर यह कह रहे हैं कि कहीं न कहीं यह दुर्घटना न होकर कुछ और ही है। लोग पुरानी ख़बरों की कटिंग लगाकर कह रहे हैं कि जांच होनी चाहिए
जहाँ पंजाब में कांग्रेस के मुख्यमंत्री चन्नी दीप सिद्धू के इस असमय निधन पर शोक व्यक्त कर रहे हैं तो वहीं कई कांग्रेस के नेता यह भी कह रहे हैं कि दीप सिद्धू पर किसान आन्दोलन को बदनाम करने का आरोप लगा था। कांग्रेस से सम्बन्धित दावूद नदफ ने लिखा कि
अभिनेता दीप सिद्धू की दिल्ली के कुंडली मानेसर (KMPL) हाईवे पर एक सड़क हादसे में मौत हो गई ।
ये लाल क़िला हिंसा, और तिरंगे के अपमान के मामले में आरोपी थे । भाजपा सांसद सनी देओल के करीबी थे । किसान आंदोलन को बदनाम करने हेतू, साजिशें रचने का आरोप भी इनपर लगा था ।
प्रशांत भूषण जैसे नेताओं ने पिछले ही वर्ष आरोप लगाया था कि दीप सिद्धू मोदी और शाह के नज़दीकी है और उन्होंने ही लालकिले पर जाने वाली भीड़ का नेतृत्व किया और वहां पर सिखों का पवित्र ध्वज निशान साहेब फहराया!
पिछले वर्ष दीप सिद्धू को भारतीय जनता पार्टी का नजदीकी बताया गया था। अभी भी कुछ लोग कह रहे हैं कि यह षड्यंत्र है। इस गाड़ी में उनके साथ उनकी महिला मित्र साथ थीं, जिनका अभी उपचार चल रहा है!
सोशल मीडिया में तरह तरह की चर्चाएँ हो रही हैं, हालांकि पुलिस के अनुसार प्रथम दृष्टया यह दुर्घटना ही प्रतीत हो रही है। इस घटना को लेकर लोग जहाँ दुःख व्यक्त कर रहे हैं, कुछ इसे षड्यंत्र बता रहे हैं तो कुछ इसे कर्मफल बता रहे हैं!
जो भी है, इस घटना को लेकर एक बार फिर से किसान आन्दोलन लोगों की स्मृति में ताजा हो गया है!