कांग्रेस ने पिछले बुधवार 7 सितम्बर को कन्याकुमारी से अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की औपचारिक शुरुआत की थी। इस अवसर पर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा था कि यह यात्रा भारतीय राजनीति के लिए परिवर्तनकारी क्षण है तथा यह कांग्रेस के लिए संजीवनी का काम करेगी। कांग्रेस के प्रवक्ता भी इस यात्रा को क्रांतिकारी बता रहे हैं, ऐसा बताया जा रहा है जैसे देश के गरीब और पिछड़े लोगो के लिए यह यात्रा कोई बहुत बड़ा बदलाव ले आएगी। लेकिन एक कहावत है, आपके कर्मों से आपके चरित्र का पता लग जाता है।
ऐसा ही हुआ है कांग्रेस के साथ, जहां उसके कार्यकर्ताओं के कर्मों से उनका चरित्र उजागर हो गया है। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान केरल के कोल्लम में एक शर्मनाक घटना घटी जब दान राशि को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता और सब्जी विक्रेता के बीच हाथापाई हो गई। सौभाग्य से किसी ने इस पूरी घटना का वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर डाल दिया था। केपीसीसी प्रमुख के सुधाकरन ने कहा कि एक “अस्वीकार्य घटना” में शामिल पार्टी के तीन कार्यकर्ताओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
पुलिस के अनुसार, एक स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ता ने एक सब्जी विक्रेता को यात्रा के लिए चंदे के रूप में 2,000 रुपये देने के लिए कहा । गरीब सब्जीवाले ने अपनी अक्षमता बताते हुए हुए कहा कि वह मात्र 500 रुपये ही दे सकता है। यह सुनते ही कांग्रेस का कार्यकर्त्ता ने सब्जी वाले को पीटना शुरू कर दिया, और अन्य कार्यकर्ताओं ने सब्जी की दुकान को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया।
इस घटना के बाद वायरल हुए वीडियो में देखा जा सकता है कि कांग्रेस के कार्यकर्ता ”भारत जोड़ो यात्रा” के टिकट बांटते दिख रहे हैं, साथ ही वह एक स्थानीय सब्जी विक्रेता से 2000 रुपये की मांग भी कर रहे हैं। फिर दुकानदार को कांग्रेस कार्यकर्ता के साथ वाद विवाद करते हुए सुना जा सकता है। सब्जी वाला कहता है कि, “हम खुद का खर्च पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, आपको हमसे पैसे मांगने के बजाय हमारा समर्थन करना चाहिए। ” इसके बाद कांग्रेस नेता और दुकानदार दोनों ने गाली-गलौज करते हुए एक-दूसरे से तीखी नोकझोंक शुरू कर दी।
जब वाद विवाद बढ़ा तो सब्जी वाला कुछ स्थानीय लोगों के साथ कांग्रेस कार्यालय गया और उसने कार्यकर्ताओं के इस व्यवहार की शिकायत भी की । तत्पश्चात पुलिस ने दोनों पक्षों पर मामला दर्ज कर लिया है। जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विरुद्ध आपराधिक अतिचार, संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और आपराधिक धमकी देने के लिए उपयुक्त धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है, वहीं सब्जी वाले पर सार्वजनिक रूप से अश्लील भाषा का इस्तेमाल करने और आपराधिक धमकी देने का मामला दर्ज किया है।
क्या कांग्रेस अपनी यात्रा का खर्च निकालने के लिए गरीब लोगों से जबरन उगाही कर रही है?
इस अशोभनीय घटना पर भाजपा के प्रवक्ता शहज़ाद पूनावाला ने कांग्रेस की “भारत जोड़ो यात्रा” पर पलटवार करते हुए ट्ववीट किया है। उन्होंने कहा कि, “विडंबना यह है कि कांग्रेस का कहना है कि यह यात्रा गरीबों द्वारा सामना की जा रही ‘आर्थिक कठिनाइयों’ के बारे में है! जबकि सच्चाई ये है कि कांग्रेस भारत की अब तक की सबसे बड़ी आर्थिक कठिनाई है!”
यहाँ यह देखना महत्वपूर्ण है कि कांग्रेस इस यात्रा को गरीबों और असहाय जनता का कथित रूप से भला करने के लिए आयोजित कर रही है । वहीं उनके कार्यकर्त्ता आम जनता, गरीबों और असहाय लोगों ने अवैध उगाही कर रहे हैं, लोगों से जबरन पैसा लिया जा रहा है। और नहीं देने पर उनके साथ मार पीट की जा रही है, उनके व्यापारिक प्रतिष्ठानों को तोडा फोड़ा जा रहा है। क्या यही है कांग्रेस के भारत जोड़ो यात्रा का सच?
मामला बढ़ने पर कांग्रेस ने दोषी कार्यकर्ताओं को निष्कासित किया
सोशल मीडिया पर इस घटना की जानकारी आते ही लोगों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के व्यवहार और उनके चरित्र पर प्रश्न उठाना शुरू कर दिया। लोगों द्वारा झिड़कने के बाद कांग्रेस की नींद खुली और उनके प्रवक्ता जयराम रमेश ने ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि, “केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी सालों से क्राउडफंडिंग कर रही है, उनकी राजनीति जमीनी स्तर पर छोटे-छोटे चंदे पर ही चलती है, लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए था। यह तीनों स्पष्ट रूप से ‘फ्रिंज तत्व’ थे, पीसीसी अध्यक्ष द्वारा आरोपियों तुरंत पर अनुकरणीय कार्रवाई की गई है।”
वहीं केपीसीसी प्रमुख के सुधाकरन ने भी ट्वीट किया – “वह हमारी विचारधारा का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं और ऐसा व्यवहार अक्षम्य है। पार्टी अन्य लोगों की कॉर्पोरेट दान के विपरीत स्वेच्छा से छोटे चंदे से क्राउडफंडिंग कर रही है।” इस तोड़फोड़ का वीडियो सामने आने के बाद सुधाकरन ने तीन कार्यकर्ताओं को सस्पेंड कर दिया है।
कांग्रेस कितने ही बहाने बनाये या कार्यवाही का ढोंग करे, इस बात में कोई संशय नहीं कि उनकी यह भारत जोड़ो यात्रा के नाम पर वह जनता को भ्रमित ही करने का प्रयास कर रहे हैं। हम यह तो नहीं कह सकते कि इस यात्रा का कोई राजनीतिक लाभ कांग्रेस को मिलेगा या नहीं, लेकिन उनके कार्यकर्ताओं और नेताओं के असभ्य व्यवहार से उन्हें नुकसान जरूर पहुंच सकता है। जनता के प्रति संवेदना का भाव उन्हें रखना ही पड़ेगा, तभी वह जनता से जुड़ सकते हैं।