ऑस्ट्रेलिया में अभी पिछले मंदिरों पर हुए हमलों एवं खालिस्तानी जनमतसंग्रह में हुई भारतीयों के विरुद्ध हिंसा का मामला हल नहीं हो पाया है कि फिर से हिन्दुओं को धमकी मिल गयी है। इस बार काली माता के मन्दिर को धमकी मिली है।
ऑस्ट्रेलिया में काली मंदिर की महिला पुजारी भावना नित्य की भांति पिछले सप्ताह मंगलवार को पूजा के उपरान्त प्रसाद ग्रहण कर रही थीं। भावना ने अभी कुछ ही कौर खाए कि उनका फोन जब उठा। उन्होंने देखा कि उनके फोन में “नो कॉलर आईडी” अर्थात (ऐसे लोगों की ओर से, जो अपना नाम प्रदर्शित नहीं करना चाहते हैं) की ओर से एक कॉल आता है।
वह जैसे ही फोन उठाती हैं, और जो उन्हें सुनाई देता है, उससे उनके होश उड़ जाते हैं। कॉल करने वाला उनसे पूछता है कि क्या आप भजन संध्या का आयोजन कर रहे हैं और वह भी कन्हैया मित्तल के साथ?”
साधना जी उत्तर देती हैं कि हाँ, मंदिर में एक भजन संध्या का आयोजन ४ मार्च को कियाजा रहा है और लगभग पांच हजार लोग वहां पर एकत्र होंगे।
भावना ने ऑस्ट्रेलिया टुडे से बात करते हुए बताया कि उन्हें कई कॉल आते हैं, जिनमें कार्यक्रम को प्रायोजक किए जाने को लेकर बातें होती हैं। मगर फिर कॉलर ने धमकाने वाली आवाज में कहा कि “ध्यान से सुनो, अपना यह भजन संध्या का आयोजन निरस्त करो, नहीं तो इसका परिणाम झेलने के लिए तैयार रहो!”
उन्हें अपने कानों पर विश्वास नहीं हो पा रहा था। भावना ने कॉल करने वाले से कहा कि भाई जी, हम तो कई महीनों से इसकी तैयारी में लगे हुए हैं और हमने अपने भक्तों के साथ के साथ इस समारोह पर काफी खर्च भी कर लिया है, अब इसे कैसे निरस्त कर दें!”
तो कॉल करने वाले ने पंजाबी भाषा में कहा कि “तन्नु पता है कि वो बन्दा कट्टर हिन्दू है, वो आया तो पंगा हो जाना है मंदिर में!”

ऑस्ट्रेलिया टुडे से बात करते हुए भावना ने कहा कि उन्होंने कॉल करने से यह अनुरोध किया कि यह तो माँ काली मंदिर है। यहाँ तक कि गुरु महाराज अर्थात गुरु गोविन्द सिंह भी उनकी पूजा करते थे।
इस पर कॉल करने वाले ने कहा कि “साड्डा काम तेनु चेता देना सिगा, हुन तुई जो मर्जी करो, सन्नू जो करना है आसी वीखा देने हैं!”
अर्थात मेरा काम आपको चेताना था, फिर आपकी मर्जी, हमें जो करना है हम दिखा देंगे।
ऑस्ट्रेलिया में हिन्दुओं के विरुद्ध एक अभियान जैसा चल रहा है, मंदिरों पर खालिस्तानी नारे लिखे जा रहे हैं और इतना ही नहीं इन सारे कृत्यों को रिकॉर्ड भी किया जा रहा है। ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे विदेशों में रह रहे हिन्दुओं के विरुद्ध एक युद्ध चल रहा हो और ऐसे हिन्दुओं के विरुद्ध जो धर्म का पालन कर रहे हैं। हिन्दुओं के पूजा स्थलों को निशाना बनाया जा रहा है और धार्मिक विश्वासों पर हमला किया जा रहा है।
हालाँकि भावना के अनुसार उन्हें पुलिस ने आश्वासन दिया है कि वह पूरी तरह से मंदिर को सुरक्षा प्रदान करेंगे।
भारत अभी तक खालिस्तानी आतंक को भूल नहीं पाया है और अब जो ऐसी घटनाएं हो रही हैं वह और भी हिन्दू समुदाय को भय से भर रही हैं क्योंकि उनकी स्मृति में आतंक के वही दिन कौंध रहे हैं।