पाकिस्तान एक इस्लामिक मुल्क है, जहां हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न बेरोकटोक जारी है। हिन्दू युवतियों के अपहरण करना, उनका धर्मांतरण करना और फिर उनकी हत्या कर देना, यह पाकिस्तान में बड़ी ही आम बात है। कट्टर इस्लामवाद से पीड़ित जिहादियों ने एक और निर्दोष हिन्दू की इहलीला समाप्त कर दी है।
हम बात कर रहे हैं पाकिस्तान के सिंध प्रान्त में घटी एक घटना के बारे में, जहां अपनी बहन के अपहरण का विरोध करने पर एक हिन्दू युवक को मुस्लिमों की भीड़ द्वारा मार दिया गया। पाकिस्तान का सिंध प्रांत हिन्दू युवतियों के जबरन अपहरण, धर्म परिवर्तन और मुस्लिमों से निकाह के लिए कुख्यात है।
इस घटना की रिपोर्ट सिंध स्थित पत्रकार-एक्टिविस्ट वींगास के पोर्टल और ट्विटर अकाउंट ‘द राइज न्यूज‘ द्वारा की गई है, जबकि पाकिस्तान की मुख्यधारा के मीडिया ने इस विषय को अनदेखा कर दिया है, जैसा कि वह हिन्दुओं के मामलों में हमेशा करते ही हैं।
यह मामला सिंध के उमेरकोट जिले में स्थित कुंती कस्बे का है, वहीं पीड़ित की पहचान 35 वर्षीय लालू काछी के रूप में हुई है। उपलब्ध जानकारी के अनुसार, अब्दुल्ला खोसो और मुस्लिम समुदाय के अन्य लोग 25 दिसंबर को लालू के घर में घुस गए और लालू की विवाहित बहन लाली का अपहरण कर लिया। खोसो और उसके जिहादी गुर्गों को अपनी बहन का अपहरण करने से रोकने के लिए लालू ने प्रतिकार किया। जिससे गुस्साई जिहादियों की भीड़ ने उसकी नृशंसता से पिटाई कर दी, जिसके पश्चात 1 जनवरी को उसकी मृत्यु हो गई।
स्थानीय लोगों के अनुसार नवंबर महीने में भी अब्दुल्ला खोसो जबरन लाली को अपने घर ले गया था और उसे वहीं कैद कर लिया था। उस समय लालू ने पुलिस में अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने उसकी कोई भी सहायता नहीं की। ऐसा बताया जा रहा है कि अब्दुल्ला ने लाली का यौन शोषण किया और उसके साथ अवैध निकाह भी कर लिया था। लाली किसी तरह अपनी जान बचा कर वापस अपने भाई के घर लौटी थी, लेकिन अब खोसो और उसके गुर्गों ने उसके भाई की ही हत्या कर दी है।
मीडिया के अनुसार लालू को पीटने के बाद अब्दुल्ला लाली का अपहरण करके अपने साथ ले गया था, और अभी तक उसके बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। स्थानीय सिंधी मानवाधिकारकर्ताओं और पत्रकारों ने घायल लालू का एक वीडियो साझा किया है, जिसमे उसकी स्थिति बहुत बुरी दिख रही है। लालू काछी अपने पीछे पत्नी और चार बच्चे छोड़ गए हैं, और उनकी आर्थिक स्थिति भी बहुत बुरी है, जिससे परिवार के भविष्य पर प्रश्नचिन्ह लग गए हैं।
पत्रकार वेंगास ने लालू के पीड़ित माता-पिता का एक वीडियो पोस्ट करते हुए कहा कि उनकी शिकायत के पश्चात भी दो दिनों तक पुलिस ने कोई मामला दर्ज नहीं किया, और ना ही कोई जांच की गई। इस वीडियो में दिख रहा है कि कड़ाके की ठण्ड में लालू की मां नबीसर रोड पुलिस स्टेशन के बाहर बैठी है, वह अपने बेटे के लिए न्याय की मांग करने वाली तख्ती पकड़े हुए स्थानीय प्रशासन से सहायता की गुहार लगा रही है। एक कार्यकर्ता के अनुसार 3 जनवरी को नबीसर रोड पुलिस थाने के अधिकारीयों ने हत्या और अपहरण का मामला दर्ज कर लिया है। हालांकि इस मामले की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच होगी, इसमें संशय है।