गुजरात में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं, और प्रदेश में राजनीतिक माहौल गर्माता जा रहा है। जहाँ एक ओर कांग्रेस इन चुनावों से अदृश्य हो गयी है,वहीं आम आदमी पार्टी स्वयं को भाजपा के विकल्प के रूप में खड़ा करने का प्रयास कर रही है। अरविन्द केजरीवाल और उनके सभी वरिष्ठ नेता पिछले कुछ हफ़्तों से लगातार गुजरात की यात्रा कर रहे हैं, और सोशल मीडिया पर भी उनकी पार्टी भाजपा पर आक्रामक मुद्रा में दिखते हैं।
इसी बीच आम आदमी पार्टी के गुजरात अध्यक्ष गोपाल इटालिया का एक विवादित वक्तव्य सामने आया है। उन्होंने पीएम मोदी को ‘नीच’ कहा है और जनता को भी अनेकों अपशब्द कहे हैं। गोपाल इटालिया का वीडियो वायरल होने के बाद बीजेपी आप पर हमलावर हो गई है। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने वीडियो ट्वीट करके गोपाल इटालिया के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। वहीं स्मृति ईरानी से लेकर कई बीजेपी नेताओं ने इसे गलत बताते हुए कहा है कि गोपाल इटालिया पर कार्यवाही होनी चाहिए।
भाजपा नेता अमित मालवीय ने गोपाल इटालिया का एक वीडियो अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर पोस्ट किया है। इसमें इटालिया ने प्रधानमंत्री मोदी के गुजरात दौरों को नौटंकी बताया है। साथ ही उन्हें पीएम मोदी के लिए अपशब्दों का प्रयोग करते हुए भी सुना जा सकता है। गोपाल इटालिया इसमें यह कहते हुए भी दिख रहे हैं कि ‘क्या कभी पहले किसी प्रधानमंत्री ने इस तरह की नौटंकी की है?’
आम आदमी पार्टी के नेतृत्व पर उठे प्रश्न
प्रधानमंत्री मोदी के लिए अपशब्दों का उपयोग पहले होता रहा है, लेकिन स्वयं को कट्टर ईमानदार और साफ सुथरी राजनीति करने का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी के नेता द्वारा ऐसी ओछी भाषा का प्रयोग करना किसी को पच नहीं रहा है।। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘केजरीवाल के राइट हैंड और आप के गुजरात के अध्यक्ष गोपाल इटालिया, केजरीवाल के स्तर तक गिर गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करना गुजरात के गौरव और धरती के बेटे को गाली देना हर उस गुजराती का अपमान है, जिसने 27 साल तक उन्हें और बीजेपी को वोट दिया है।’
इटालिया ने वीडियो को लेकर दिया अजीबोगरीब स्पष्टीकरण
वायरल वीडियो से मचे बवाल के बीच गोपाल इटालिया अपने बचाव के लिए असफल प्रयत्न किये। उन्होंने सूरत में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। पत्रकारों ने उनसे इस वीडियो पर स्पष्टीकरण माँगा, जिसका उत्तर देने के बजाय वह इधर उधर की बातें करते रहे। इटालिया ने कहा कि उनके पुराने वीडियो निकालकर उनपर आक्रमण किये जा रहे हैं, और भाजपा उनकी पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता से घबरा गयी है। हालांकि उन्होंने प्रश्न का उत्तर नहीं दिया।
फिर इसी बात को उन्होंने जातिवादी रंग देने का प्रयास किया, उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी से गरीब मध्यमवर्गीय पटेल युवा जुड़े हुए हैं, और उन पर हमले कर के ऐसे युवाओं को आगे बढ़ने से रोका जा रहा है। यह बड़ी ही अजीब सी परिस्थिति है जहां देश के प्रधानमंत्री और जनता को गाली देने वाले व्यक्ति से प्रश्न पूछने पर उसे जातिवादी हमला बताया जा रहा है।
कौन हैं गोपाल इटालिया?
गोपाल इटालिया गुजरात में एक सरकारी नौकरी किया करते थे, लेकिन उन्हें सेवा से निलंबित कर दिया गया था क्योंकि उन्होंने राज्य सरकार के मंत्री पर जूता फेंक दिया था। उसके पश्चात वह आंदोलन जीवी बन गए और हार्दिक पटेल द्वारा शुरू किये गए पाटीदार अनामत आंदोलन से जुड़े। उसके पश्चात वह प्रख्यात हिन्दू विरोधी और देशद्रोही गतिविधियों में संलिप्त शबनम हाशमी से जुड़ गए। गोपाल इटालिया ने हाशमी के साथ एक देश-विरोधी समेलन ‘डिस्मैंटलिंग इंडिया’ में भी भाग लिया था।
शबनम हाशमी एक अनहद नाम का एनजीओ चलाती हैं, जहाँ वह देश विरोधी गतिविधियां करती हैं, और इसके लिए उन्हें विदेशों से पैसा भी मिलता है। हाशमी मेधा पाटकर और तीस्ता सीतलवाड़ की मित्र भी हैं, और उनकी संलिप्तता हमने किसान आंदोलन और नागरिक अधिनियम कानून के विरुद्ध हुए दंगों में भी देखी है।
गोपाल इटालिया के शबनम हाशमी से पुराने सम्बन्ध हैं, और नीचे दिए गए वीडियो में यह देखा भी जा सकता है। इस वीडियो में एक और व्यक्ति दिख रहे होंगे, यह गगन सेठी हैं, जो जनविकास नामक एक एनजीओ चलाते हैं। यह संस्था फोर्ड फाउंडेशन और ऑक्सफेम से जुडी हुई है और वहीं से इन्हे फंडिंग भी मिलती है।
यह भी ज्ञात तथ्य है कि अरविन्द केजरीवाल भी अपनी सरकारी नौकरी छोड़ कर इसी तरह एनजीओ चलाया करते थे, और उन्हें भी फोर्ड फाउंडेशन से अच्छी खासी वित्तीय सहायता मिला करती थी। क्या गोपाल के फोर्ड फाउंडेशन और अन्य देश विरोधी तत्वों से गहरे संबंधो के कारण ही उन्हें आम आदमी पार्टी का गुजरात अध्यक्ष बनाया गया है ?
क्या आम आदमी पार्टी आपत्तिजनक भाषा बोल कर चुनाव जीतना चाहती है?
इटालिया का यह वक्तव्य भले ही पुराना हो, लेकिन अब यह चुनावी घमासान का कारण बन गया है। एक तरफ तो अरविंद केजरीवाल लगातार गुजरात में चुनाव प्रचार कर रहे हैं, वह दिल्ली मॉडल का सपना दिखाकर जीतने का भी दावा कर रहे हैं। वह रैलियों और जनसभाओं में बड़े बड़े वादे जनता से कर रहे हैं, और साथ ही साफ़ सुथरी राजनीति के दावे भी कर रहे हैं।
वह गुजरात में सत्ता प्राप्त करने के लिए दिन रात एक किए हुए हैं, वहीं उनकी ही पार्टी के अध्यक्ष की आपत्तिजनक भाषा उनके दावों पर प्रश्नचिन्ह उठती है। उन्हें यह सोचना पड़ेगा कि क्या प्रधानमंत्री को गाली देकर या जनता के विरुद्ध अपशब्दों का उपयोग करने से उनकी पार्टी को सत्ता मिल पाएगी? उन्हें अपनी रणनीति को बदलना ही पड़ेगा, अन्यथा इस तरह की अशोभनीय भाषा कहीं उनके लिए हानिकारक सा साबित हो जाये।
भाजपा हुई आप पर हमलावर, क्या चुनाव में मिलेगा इसका लाभ?
वहीं दूसरी ओर भाजपा इस मामले में आम आदमी पार्टी पर आक्रामक हमले कर रही है। इटालिया के इस वीडियो ने बीजेपी को आक्रोशित कर दिया और इसे बड़ा मुद्दा बनाने का प्रयास हो रहा है। इससे पहले 2017 में गुजरात चुनाव से पहले कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी को लेकर ऐसी ही टिप्पणी की थी, जिस पर काफी बवाल हुआ था और अय्यर को माफी मांगनी पड़ी थी। वहीं सोनिया गाँधी ने भी एक बार मोदी को ‘मौत का सौदागर’ कहा था, जिसके पश्चात चुनावों में कांग्रेस का सफाया हो गया था।