देश में दिल्ली की सीमा पर सिंघु बॉर्डर पर चल रहे किसान आन्दोलन में एक बेहद ही चौंकाने वाली और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। कुंडली में जहाँ पर किसान आन्दोलन कर रहे हैं, वहां पर सिंघु बॉर्डर पर गुरुवार की रात को एक युवक की बहुत ही निर्दयता से हत्या कर दी गयी है और उसका शव आन्दोलन मंच के सामने लटका दिया।
उस युवक पर कथित रूप से गुरु ग्रन्थ साहिब के अपमान का आरोप निहंगों ने लगाया है। इस समय कुंडली आन्दोलन स्थल से जो तथ्य निकलकर सामने आ रहे हैं, उनके अनुसार युवक की हत्या निहंगों द्वारा कर दी गयी है और वह लोग शव की तस्वीर भी नहीं लेने दे रहे थे।
सूचना के बाद कुंडली थाना प्रभारी रवि कुमार मौके पर पहुंचे और तब मामला सामने आया।
हालांकि अभी युवक की पहचान होनी शेष है और मीडिया के अनुसार पुलिस अधिक जानकारी नहीं दे रही है।
निहंग यह आरोप लगा रहे हैं कि इस युवक को किसी षड्यंत्र के चलते ही यहाँ पर भेजा गया था, और निहंगों के अनुसार इस युवक को तीस हजार रूपए दिए गए थे और युवक ने यहाँ पर गुरु ग्रन्थ साहिब का अपमान किया, इसलिए उन्होंने उसके साथ यह किया। उस युवक की उंगलियाँ काट ली गईं और एक हाथ काट दिया गया है। गर्दन पर तेज धारदार हथियार से हमला किया गया है।
इस घटना से कई प्रश्न उत्पन्न होते हैं कि क्या यह कथित किसान आन्दोलन एक धार्मिक आन्दोलन है? यदि हाँ तो इसे धार्मिक आन्दोलन ही घोषित कर देना चाहिए और यदि यह किसान आन्दोलन है, तो इसमें निहंगों को यह अधिकार किसने दे दिया कि वह किसी की भी हत्या कर दें?
यह युवक कौन है? किस लिए आया था, और कौन अभागा होगा जिसे ऐसी मृत्यु प्राप्त हुई?
यह कैसा किसान आन्दोलन है, जिसमें पहले एक लड़की का बलात्कार हुआ, और फिर एक युवक की इस प्रकार नृशंस हत्या? ऐसे कई प्रश्न इस आन्दोलन के आयोजकों के समक्ष आएँगे!
Modi government is failing her supporters. How long can the people tolerate?