भारत में बॉलीवुड में एक बात बहुत आम है कि उन्हें हिन्दू और देश विरोधी होना बहुत आम बात लगती है। और चूंकि इस समय उनके मन की सरकार नहीं है तो सरकार को नीचा दिखाने के लिए सेना को बदनाम करने के लिए भी तमाम तरह के प्रपंच रच लिए जाते हैं। हालांकि विवाद होने पर माफी मांगना एक पुरानी आदत है, परन्तु फिर भी वह इतना नुकसान कर जाते हैं, कि जिसकी थाह भी मिलना असंभव है।
आज विवाद का कारण बनी हैं ऋचा चड्ढा। ऋचा चड्ढा ने हाल ही में ऐसा कुछ कहा है, जिसे लेकर उन्हें ऊपरी मन से माफी मांगनी पड़ी है। क्या है यह मामला और ऋचा चड्ढा को माफी क्यों मांगनी पड़ी?
दरअसल कल मीडिया में सेना को लेकर यह समाचार आए थे कि सेना पाकिस्तान से पीओके लेने के लिए तैयार है, तो उसे लेकर ऋचा चड्ढा ने लिखा था कि “गलवान सेज हाय!”
इस ट्वीट को लेकर लोगों में आक्रोश की लहर दौड़ गयी थी। गलवान में बीस भारतीय जवानों ने अपना जीवन देश के लिए बलिदान किया था और उस घटना को लेकर सेना का मजाक उड़ाना? यह हद दर्जे की नीचता है! परन्तु ऋचा चड्ढा जैसे लोग ऐसी नीचताएं करते रहते हैं। क्योंकि उनका विरोध इस सरकार से है तो वह इस सरकार का विरोध करने के लिए सेना को बदनाम करते रहते हैं।
ऋचा चड्ढा के इस ट्वीट को लेकर लोगों में बहुत क्रोध है और यह क्रोध और आक्रोश इस हद तक है कि उनके द्वारा कथित रूप से माफी मांगने के बाद भी ऋचा चड्ढा पर एफआईआर दर्ज करा दी गयी है। फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने ऋचा चड्ढा के खिलाफ जूहू पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। अशोक पंडित ने लिखा कि किसी के पास भी यह अधिकार नहीं है कि कोई भी हमारे सैनिकों का मजाक उड़ाए!
जब ऋचा चड्ढा को लेकर लोगों के भीतर क्रोध उपजा तो ऋचा चड्ढा ने फिर से विक्टिम कार्ड खेलते हुए लिखा कि यदि किसी को उनके कथन के चलते नुकसान हुआ है तो उसके लिए वह क्षमा मांगती हैं। और उनके तो खुद के नाना खुद ही सेना में थे।
इस विषय में आदित्य राज कौल ने पूछा भी कि ऋचा चड्ढा, आप जैसे लोगों को अपने नाना हर बार तभी क्यों याद आते हैं, जब अप झूठ फैलाते हुए पकडे जाते हैं। भारत गलवान में अपने सैनिकों द्वारा किए गए सर्वोच्च बलिदान आर गर्व करता है, और यदि यह आपके खून में है तो आपको शर्मिंदा होना चाहिए, जबरन माफी नहीं
फिर भी यह देखना बहुत ही हैरान करने वाला है कि आखिर ऋचा चड्ढा ने गलवान जैसी घटना का उल्लेख क्यों किया और वह भी ऐसा दिखाने के लिए कि जैसे सेना ने कायरता का परिचय दिया था। जबकि सभी जानते हैं और तथ्य भी यह बताते हैं कि जहां भारत के बीस सैनिक चीन के सैनिकों के छल का शिकार हुए थे तो वहीं चीन के कई सैनिक भी मारे गए थे, परन्तु चीन ने इन संख्याओं को सामने ही नहीं आने दिया कि आखिर कितने सैनिक मारे गए थे।
मीडिया के अनुसार चीन के 38 के लगभग सैनिक मारे गए थे।
मगर ऋचा चड्ढा ने इस घटना के विषय में ही उल्लेख क्यों किया? ऋचा चीन के बहाने मोदी जी को नीचा दिखाना चाहती थी? मगर ऋचा इस बात को भूल गयी कि सेना के शौर्य पर प्रश्न नहीं उठाए जा सकते हैं। ऋचा के इस ट्वीट और बेशर्मी की निंदा बहुत हुई
यह भी लोगों को याद होगा कि कैसे अभी हाल ही में ऋचा ने अली फैजल से शादी की थी। तो कुछ लोग इस बात को लेकर निशाना साध रहे थे। परन्तु यह भी एक प्रश्न है कि क्या वास्तव में अली फैजल के साथ शादी के बाद ऋचा ने ऐसा रुख बनाया है या फिर ऋचा पहले से ही ऐसी थी?
दरअसल ऋचा पहले से ही ऐसी है। अंशुल सक्सेना ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ऋचा चड्ढा ने वर्ष 2012 मने वागा बॉर्डर को देश का सबसे बड़ा सर्कस बताया था।
अर्थात यह तो तय है कि ऋचा के दिल में पहले से ही भारत के प्रति इतनी घृणा है कि वह उसे दबा नहीं पा रही थीं। लोग अब ऋचा के पुराने ट्वीट दिखा रहे हैं कि कैसे उन्होंने चीन की सेना की प्रशंसा की थी। ऋचा चड्ढा ने जहाँ एक ओर यह कहा कि उनके नाना ने चीन की सेना के विरुद्ध युद्ध लड़ा था तो वहीं वह खुद सेना का मजाक उड़ा रही हैं। एक यूजर ने ट्वीट किया कि भारतीय पाकिस्तानी और असली पाकिस्तानी में क्या अंतर है? दोनों एक ही तो हैं
अब जब ऋचा चढ़ा जैसी औरतों के चलते लोग फिल्म उद्योग के बॉयकौट की बात करते हैं तो हिन्दुओं को कोसा जाता है, परन्तु यह प्रश्न तो उठेगा ही कि ऐसी औरतों की फिल्म क्यों कोई देखने जाए, जो इस हद तक भारत से घृणा करती हैं?
ऋचा जी, जब आपकी फिल्म का विरोध होगा तो फिर समस्या होगी और असहिष्णुता का राग अलापेंगी, परन्तु आप लोग इस प्रकार सेना का अपमान करेंगी तो कैसे कोई विरोध नहीं करेगा?