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Rajesh Pathak
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Writing articles for the last 25 years. Hitvada, Free Press Journal, Organiser, Hans India, Central Chronicle, Uday India, Swadesh,
Navbharat and now HinduPost are the news outlets where my articles have been published.
‘तभी मेरी आत्मा को शांति मिलेगी’- वीर सावरकर
१४ अप्रैल, १९४२ को बाबासाहब अम्बेडकर जब अपना ५०वां जन्मदिवस मना रहे थे तब उन्हें वीर सावरकर नें ये सन्देश भेजा- “व्यक्तित्व,विद्वता,संगठनचातुर्य व नेतृत्व करने...
शक्ति के महत्व को भी समझें
भारत में बोद्ध-धर्म के प्रभाव के समाप्त हो जाने के कारण पर प्रकाश डालते हुए डॉ. भीमराव अम्बेडकर कहते हैं- ‘जब मुस्लिम शासक बख्तियार...
सारे भेद मिटाती मजहबी कट्टरता
मज़हबी कट्टरता का सम्बन्ध शिक्षा- संपन्नता से भी उतना ही है, जितना अशिक्षा-असंपन्नता से— जिसकी एक और मिसाल पाकिस्तान में सामने आयी है। पिछले...
आलोचना की राजनैतिक विवशता
अन्तरिक्ष और रक्षा के क्षेत्र में अब भारत स्वयं के लिए ही नहीं, बल्कि इससे जुड़े उत्पादों को दुनिया में निर्यात करने के लिए...
प्रयासों की समग्रता से मिली आज़ादी
१९९९ में अटल बिहारी वाजपई की एनडीए की सरकार के दौरान जब परमाणु परीक्षण हुआ तो इसकी आलोचना करने वाले कम ना थे। वामपंथी...
संत रविदास- साधना से पायी परम अवस्था
जिस नवधा-भक्ति का रामचरितमानस में प्रतिपादन हुआ है, उसमें नौ प्रकार की भगवान की भक्ति के मार्ग बताये गए हैं | परन्तु चौदहवीं सदी के...
छत्रपति शिवाजी ने मुग़लों के पतन की नींव डाली
‘मराठा और सिख, हिन्दू पुनरुत्थान के नेतृत्व के शिखर पर थे और भारत से मुग़ल साम्राज्य को अन्तत: इनके द्वारा ही उखाड़ फैंका गया,...
मज़हबी हमले से रक्षा के लिए ‘खालसा-पंथ’ स्थापित किया
सिख धर्म के दसवें गुरु श्री गुरु गोविन्द सिंह का जन्म २० जनवरी, १६६६ को हुआ था | गुरु नानक देव द्वारा स्थापित सिख...
अपने-अपने खातिर कूदे मैदान में
‘मै अपने कार उत्पादन सयंत्र को गुजरात लाया था, और इसके कुछ समय बाद यह दुनिया में कार निर्माण का एक केंद्र बन गया...
पारंपरिक औषधि का वैश्विक-केंद्र बनता भारत
‘दुनिया की फार्मेसी’ के बाद भारत ‘वैश्विक आरोग्य’ का केंद्र भी बनकर दिखा सकता है, ये कल्पना मात्र नहीं, बल्कि अब ये घोषित सत्य...